पेरिस : फ्रांस की राजधानी पेरिस में सीरियल आतंकवादी धमाकों और गोलीबारी में कम से कम 150 से अधिक लोगों की जान चली गई है। 220 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। फ्रेंच मीडिया के मुताबिक, आतंकी समूह आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
कंसर्ट हॉल में 100 लोगों को बंधक बना लिया गया है। इन हमलों के बाद फ्रांस में आने-जाने के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। फ्रांसीसी सुरक्षाबलों ने तीन हमलावरों को मार गिराया है। फ्रांस में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है।
इस हमले की तुलना 26/11 के मुंबई हमलों से की जा रही है। पेरिस में सात जगहों पर हमले हुए हैं। पेरिस हमले में जगह-जगह बम धमाके किए गए हैं, रेस्टोरेंट में गोलीबारी के बाद थियेटर में 100 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया है। हमलावरों के चंगुल से बचकर निकले एक व्यक्ति ने कहा कि वो लोगों को चुन-चुन कर गोलियों का निशाना बना रहे हैं।
दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से फ्रांस में हुई यह अब तक की सबसे घातक हिंसात्मक घटना है। राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने संकल्प लिया कि फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता के साथ खड़ा रहेगा। फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक इन हमलों के लिए आईएसआईएस ने जिम्मेदारी ली है। इससे पहले जिहादियों ने ट्विटर पर हमले की सराहना की थी और इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों के खिलाफ फ्रांस के सैन्य अभियानों की आलोचना की थी।
सबसे भयावह जनसंहार एक कॉन्सर्ट हॉल में हुआ जहां एक अमेरिकी रॉक बैंड को प्रस्तुति देनी थी। कई लोगों को यहां बंधक बना लिया गया और हमलावरों ने इन बंधकों की ओर विस्फोटक उछाल दिए। इमारत पर धावा बोलकर पुलिस ने तीन हमलावरों को मार गिराया। पुलिस को इमारत के अंदर बेहद भयावह खूनी मंजर दिखाई दिया।
पेरिस के प्रोसीक्यूटर फ्रांस्वा मोलिंस ने कहा कि पांच हमलावर मारे गए हैं। हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उनकी कुल संख्या कितनी थी और कितने लोग अभी पकड़ से बाहर हैं।
ओलांद ने आपात स्थिति की घोषणा कर दी और साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह देश की सीमाएं बंद कर रहे हैं। मात्र 10 माह पहले हुए शार्ली एब्दो हमले के कारण शहर में भय का माहौल था और अब हुए इन हमलों के कारण लोगों में भय और बढ़ गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि कॉन्सर्ट हॉल में हुई मौतों के अलावा पेरिस के 10वें प्रांत के एक रेस्तरां में 11 लोग मारे गए। अधिकारियों ने कहा कि एक स्टेडियम के बाहर बम फटने से कम से कम तीन लोग मारे गए।
स्टेडियम के बाहर बम फटने के बाद ओलांद को स्टेडियम से निकालना पड़ा। उन्होंने टीवी पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा कि देश दृढ़ता के साथ एकजुट होकर खड़ा रहेगा। ओलांद ने कहा, ‘यह एक कड़ी परीक्षा है, जिसने एक बार फिर हम पर हमला बोला है।’
उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि यह किसने किया है, अपराधी कौन हैं और ये आतंकी कौन हैं?’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने वाशिंगटन में संवाददाताओं से कहा कि पेरिस पर किए गए हमले ‘मासूम नागरिकों को आतंकित करने का घृणित प्रयास है।' उन्होंने संकल्प जताया कि वह इन हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे तक लाने के लिए हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने इन हमलों को ‘हृदय विदारक स्थिति’ और ‘संपूर्ण मानवता पर हमला’ करार दिया।
अलायंस पुलिस नेशनल के अधिकारी ग्रेगरी गौपिल ने कहा कि दो प्रवेश द्वारों और मैक्डॉनल्ड्स के निकट एक साथ विस्फोट हुए। स्टेडियम ग्रेगरी के इलाके में आता है। स्टेडियम में बीती रात मौजूद एसोसिएट प्रेस के एक रिपोर्टर ने दो विस्फोटों की आवाज सुनी। यह आवाज इतनी जोरदार थी कि वहां टीमों की हौसला अफजाई कर रहे दर्शकों के भारी शोरगुल के बावजूद यह कानों को भेद गई। तत्काल सायरन सुनाई देने लगे और ऊपर एक हेलीकॉप्टर मंडरा रहा था।
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