हाथ में एक लाउडस्पीकर लिए ये कह रही थीं, "आप तीस सेकंड के लिए मुझे छू सकते हैं।" शरीर पर एक "मिरर बॉक्स" बांधे ये कभी डुसेलडॉर्फ की सड़कों पर घूमीं, कभी एम्स्टर्डम की, तो कभी लंदन की। 
बक्सा कभी इनकी छाती पर बंधा होता, तो कभी इनकी जांघों पर। इसमें हाथ घुसाने की एक छोटी से जगह भी बनी होती, ताकि लोग उनके वक्ष या फिर जननांगों को छू सकें।
इससे पहले पेरिस में भी इन्हें एक रात जेल में गुजारनी पड़ चुकी है। मीलो मोर महिला अधिकारों की बात करती हैं और अपने अनोखे तरीके से लोगों का ध्यान इस ओर खींचती हैं। उनका मानना है कि महिलाओं को यह तय करने का अधिकार होना चाहिए कि उन्हें कब, कौन और कैसे छुएगा।
पेरिस में ये वस्त्रहीन हो कर आइफल टावर के सामने जा कर खड़ी हो गयीं और पर्यटकों के साथ तस्वीरें खिंचवाने लगीं। इससे पहले जर्मनी की आर्ट कोलोन प्रदर्शनी के बाहर भी इन्होंने वस्त्रहीन हो कर अपना इंस्टॉलेशन लगाया और उससे पहले जर्मनी के ही एक अन्य शहर म्युंस्टर में इन्होंने अपनी एक प्रदर्शनी लगाई और वहां ये गोद में एक नवजात शिशु को लिए वस्त्रहीन हो कर घूमती रहीं थी।
हमारे द्वारा दी जाने वाली खबरों को लगातार प्राप्त करने के लिए हमें Join करें।
Click Here And Follow Us
अगर ये खबर अच्छी लगी तो इसे अनपे मित्रो को जरूर शेयर करे इसके लिए ऊपर दायीं तरफ Share का बटन दिया गया है। धन्यवाद !
Winsome World